ये रंग उतरने नहीं देना
नमस्कार दोस्तो
ब्लॉग का शीर्षक कुछ कह रहा हैं आपसे फिर से पढ़े। कुछ आपनो को याद कर ले फिर से पढ़े ये आपसे कह रहा हैं की इस बार अपनी होली सिर्फ रंग गुलाल खेल कर नहीं मनाए लाइफ में रंगो को कुछ इस तरह से घोल ले की ये रंग कभी फीके न पढ़े ये रंग हैं आपसी रिश्तो के प्यार और आपके व्यवहार के जो इस वक़्त थोड़े से फीके पड़ चुके हैं हमारे रिश्तो में इसमें आपका कोईं दोष नहीं ये तो वक़्त की मार हैं जिसे हम सब अच्छे से अपने जीवन में महसूस कर रहे हैं हमारे पास चाह कर भी समय नहीं बचा अपनों के लिए ।
पैसो की अमीरी अगर रिश्तो से गरीब कर दे फिर लाइफ रंगीन काम रंगहीन ज्यादा नज़र आती हैं।
आज ये त्यौहार ना हो कर हमारे रिश्तो को बचने और बनाये रखने का जरिया मात्र बन कर रह गए हैं होली वैसे तो सनातन धर्मानुसार मार्च महीने में आने वाला एक मुख्या त्यौहार हैं लेकिन कॉर्पोरटे की भाषा में वित्तीय वर्ष की समाप्ति का महीना | और आने वाले महीने से एक नए वर्ष की शुरुवात सही कहा ना मैंने ||
हर साल यर महीना आता हैं और हमारे धन की गड़ना कर चले जाता हैं | लेकिन इस के अलावा एक जमा पूंजी और भी हैं क्या वो भी उसी स्पीड से आगे बढ़ रही हैं जिस प्रकार से हमारा धन बढ़ रहें हैं आप जानते हैं वो क्या हैं ?? रिश्ते आपसी सम्बन्ध क्या वो लोक व्यवहार बढ़ रहे हैं या जिनसे थे और काम होते जा रहे हैं जरा गौर इस पर भी करना ।
सोशल मीडिया के आ जाने से हमारे रेलेंट्सियन्स ग्लोबली बढ़ रहे हैं लेकिन आपसी भाईचारा कही खो सा गया क्या आपको भी ये महसूस हुआ ? जिसके फेसबुक पर हज़ारो फ्रेंड्स थे जब वो अपनी लाइफ के एन्ड पर था तो मुट्ठी भर लोग ही उसके बगल में खड़े थे । मैं ने नाम किसी का ऐड नहीं किया क्यों की अगर हमारे रिश्ते इस तरह से चलते हैं तो आगे नाम भी हमारा होगा और ये हालात भी हमारे होंगे । पड़ने में बुरा लग सकता हैं ये सच्चाई बन गया तो और भी ज्यादा बुरा लगेगा । एक ६ इंच का डिब्बा{मोबाइल} आज हमारे रिश्तो को मैनेज कर रहा हैं वर्ना टाइम तो किसी के पास नहीं ये बड़ा साधारण सा जवाब हैं
मोबाइल इंटरनेट इमेल्स इस सभी चीजों का अविष्कार हमारी सुविधा के लिए हुआ हैं ना की पडोसी को वॉट्सएप्प में बधाई देने के लिए कही दूर रहने वालो के लिए ये सब ठीक हैं आज कल लोग साइड वाले रूम में सोने वाले अपने भाई बहनो को भी मैसेज के जरिये शुभकामनाए देते हैं । आपने ऑनलाइन खाना , या दवाइया जरूर मंगवाई होंगी मगर मेरा दावा हैं कभी ऑनलाइन खाई नहीं होगी और खा भी नहीं सकते टेक्नोलॉजी की दुनिया अभी तक ये संभव नहीं । रिश्ते और प्यार भी कुछ इसी तरह से हैं आपको डिजिटल वल्ड से बाहर निकल कर रियल वल्ड में आना ही होगा और प्रेम बाँट कर बचाना होगा।
टेक्निकल लैंग्वेज में कहु तो क्लोज़िंग का महीना हैं पुराने गीले सिक्वे भूल जाइये और क्रेडिट स्कोर की तरह अपने सम्बन्धो की रियल क्रेडिट बढ़ाइए और प्रेम की बैलेंसशीट हमेशा मेंटेंन करिये। ये महीना सिर्फ रंग खेल कर उतरने भर का नहीं हैं अपने रिश्तो में प्यार का पक्का रंग चढ़ाने और आपसी सम्बन्धो के पुराने कड़वे हो चुके खातों को बंद कर एक नई शुरुवात करने करने का समयःहैं । होली { मार्च } सिर्फ नई रंग ले कर नहीं आती बल्कि रिश्तो के रंग पक्के करने आती हैं.. तो फिर देर किस बात की रखिये अपने दिल पर हाथ और वादा करिये खुद से इस साल से रंग पक्के चाहिए ।
खुद को रंगीन बनाना सम्बन्धो के रंग में घुल जाना॥
लेकिन ध्यान से निभाना ये रंग ना छुड़ाना ॥
होली की हार्दिक शुभकामनाए ॥
धन्यवाद ।